अमंत्रं अक्षरं नास्ति , नास्ति मूलं अनौषधं ।
अयोग्यः पुरुषः नास्ति, योजकः तत्र दुर्लभ: ॥
— शुक्राचार्य
कोई अक्षर ऐसा नही है जिससे (कोई) मन्त्र न शुरु होता हो , कोई ऐसा मूल (जड़) नही है , जिससे कोई औषधि न बनती हो और कोई भी आदमी अयोग्य नही होता , उसको काम मे लेने वाले (मैनेजर) ही दुर्लभ हैं

मंगलवार, 4 नवंबर 2014

2 अक्तूबर को सिर्फ ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रुप में ही नहीं, ‘विश्व स्वच्छता दिवस’ के रुप में भी मनाया जाना चाहिये - महेश आलोक

                                           

                                गांधी अहिंसा और स्वच्छता की प्रयोगशाला हैं                                                                    (नारायण महाविद्यालय में ‘गांधी जयन्ती’ पर विचार-गोष्ठी एवं ‘स्वच्छता अभियान’ )


डा0महेश आलोक बोलते हुए
शिकोहाबाद।‘गांधी सिर्फ एक व्यक्ति नहीं,संस्था हैं,सत्य और अहिंसा की प्रयोगशाला हैं’-उक्त विचार गांधी जयन्ती के शुभ अवसर पर नारायण महाविद्यालय ,शिकोहाबाद में आयोजित ‘गांधी,अहिंसा और स्वच्छ भारत’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में अध्यक्ष पद से बोलते हुए कार्यवाहक प्राचार्य डा0अनिल कुलश्रेष्ठ ने व्यक्त किया। उप-प्राचार्य डा0जे0के0अवस्थी ने कहा कि ‘ सत्य और अहिसा पर चलना और स्वच्छ रहना,आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना कोई समाचार नहीं बनना चाहिये,यह तो हमारे जीवन का स्वाभाविक कर्म होना चाहिए।’गोष्ठी में गरमाहट उत्पन्न करते हुए हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं युवा कवि-आलोचक डा0 महेश आलोक ने कहा कि ‘ स्वच्छता जब तक जीवन-मूल्य में परिवर्तित नहीं होगा, सभ्यता,संस्कृति और प्रकृति की रक्षा नही की जा सकती। 2 अक्तूबर को सिर्फ ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रुप में ही नहीं, ‘विश्व स्वच्छता दिवस’ के रुप में भी मनाया जाना चाहिये।’ डा0 भगवत स्वरुप ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ‘अहिसा और स्वच्छता को हमारी आत्मा का हिस्सा बनना चाहिए।’ इस अवसर पर वक्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के योगदान की भी चर्चा की और कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी की जयन्ती का एक ही दिन होना महज संयोग नहीं है, कई रुपों में दोनों एक दूसरे के पर्याय हैं।’
कार्यवाहक प्राचार्य डा0 ए0के0कुलश्रेष्ठ,मंच पर डा0महेश आलोक,डा0जे0के0अवस्थी 
   इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ गांधी और शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं गां
धी जी के प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’ के गायन से हुआ।महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति के छात्र-छात्राओं ने भावप्रवण प्रस्तुति से सभी को भाव-विभोर कर दिया।अन्त में गांधी के मूल्यों को व्यवहारिक रुप देते हुए महाविद्यालय में ‘स्वच्छता अभियान’ का व्यापक कार्यक्रम चलाया गया,जिसमें महाविद्यालय के तमाम शिक्षक,शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।कार्यक्रम का संयोजन-संचालन डा0 महेश आलोक एवं धन्यवाद ज्ञापन डा0 अनुपमा चतुर्वेदी ने किया।
सफाई अभियान का शुभारंभ करते कार्यवाहक प्राचार्य डा0 ए0के0कुलश्रेष्ठ,डा0एस0पी0पालीवाल, डा0महेश आलोक एवं अन्य


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